ठंडा.. ठंडा, कूल.. कूल..! अब रनिंग रूम में लगने लगे एसी, लोको पायलटों के लिए रेलवे ने उठाया बड़ा कदम
सहरसा: रेलवे को लोको पायलटों अब रनिंग रूम में पसीने नहीं बहाने पड़ेंगे। पूर्व मध्य रेलवे जोन ने सहरसा जंक्शन पर ‘रनिंग रूम’ में एसी लगाना शुरू कर दिया है। ‘रनिंग रूम’ ट्रेन लोको पायलट और गार्ड के लिए ड्यूटी के बाद आराम करने का स्थान होता है। अब तक यहां रनिंग रूम में एसी की सुविधा नहीं थी। इसकी मांग लोको पायलटों की ओर से की जा रही थी। गर्मी बढ़ने के साथ ही लोको पायलट भी परेशान होने लगे थे। लिहाजा लोको पायलट ने घर से बाहर आराम करने के लिए उनका उपयोग करने से इनकार कर दिया था।
273 एयरकंडीशनर का ऑर्डर
लोको पायलट ने कहा कि नौ मई को जब तापमान काफी अधिक था, तो उन्होंने स्टेशन के पास स्थित ‘रनिंग रूम’ का बहिष्कार किया और ‘क्रू लॉबी’ में आराम किया। सहरसा जंक्शन समस्तीपुर मंडल के अंतर्गत आता है। समस्तीपुर मंडल ने ‘रनिंग स्टाफ’ (ट्रेन चालक और गार्ड) की चिंता को दूर करने के लिए त्वरित कदम उठाया और सभी कमरों और सामान्य क्षेत्रों के लिए 273 एयरकंडीशनर (एसी) का ऑर्डर दिया।
एक या दो दिन में सभी कमरों में लग जाएंगे एसी
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘एसी की आपूर्ति शुरू होते ही उसे लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी और अब कई कमरों में एयर कंडीशनर लगा दिये गए हैं।’’ उन्होंने बताया कि एक या दो दिन में सभी कमरों में एसी लगा दिए जाएंगे। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के जोनल अध्यक्ष डी.पी.श्रीवास्तव ने बताया कि समस्तीपुर मंडल गर्मी के मौसम में ‘रनिंग रूम’ में एसी लगाने के लिए निजी कंपनियों को ठेका देता था।
पहले किराये पर लगाए जाते थे एसी
उन्होंने कहा, ‘‘निजी कंपनियां टेंडर अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद सभी एसी हटा देती थीं। इसके बाद रेलवे प्रशासन अगले साल की गर्मी के मौसम के लिए निविदा की प्रक्रिया शुरू करता था।’’ श्रीवास्तव ने कहा कि निविदा प्रक्रिया के माध्यम से किराये पर एसी लेने की प्रथा अन्य सभी मंडलों में से केवल समस्तीपुर मंडल में प्रचलित थी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक अच्छी प्रथा नहीं थी क्योंकि निविदा को अंतिम रूप देने में देरी के कारण अक्सर ऐसी स्थितियां पैदा होती थीं जब लोको पायलट को क्रू लॉबी में आराम करना पड़ता था। यह एक अच्छा कदम है कि मंडल ने एसी खरीदना शुरू कर दिया है।’’